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Showing posts from February, 2024

व्यापार वृद्धिकारक तन्त्र-बन्धन मुक्ति प्रयोग

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व्यापार वृद्धिकारक तन्त्र-बन्धन मुक्ति प्रयोग                      जिस प्रकार देवता हैं तो दानव भी हैं, अच्छाई है तो बुराई भी है, मनुष्य हैं तो राक्षस भी हैं, प्रत्यक्ष है तो अप्रत्यक्ष भी है, उसी प्रकार षटकर्मों अर्थात आकर्षण, वशीकरण, उच्चाटन, स्तम्भन, विद्वेषण और मारण आदि में अच्छे कर्म भी हैं तो बुरे भी, जिन्हें मनुष्य अपने स्वार्थ हेतु उपयोग में लाता है और अच्छे-बुरे की सीमा को भी लाँघ जाता है। इन षटकर्मों में स्तम्भन ही बन्धन है। इसका प्रयोग कर किसी की शक्ति, कार्य, व्यापार, प्रगति आदि को कुण्ठित या अवरुद्ध कर दिया जाता है।           साधारण शब्दों में बन्धन का अर्थ है बाँध देना। प्रत्यक्ष तौर पर बाँध देने की क्रिया को बाँधना कहते हैं, परन्तु अप्रत्यक्ष रूप से बाँधना बन्धन कहलाता है। अधिकतर लोगों को ऐसा लगता है कि बन्धन की क्रिया केवल तान्त्रिक ही कर सकते हैं और यह तन्त्र से सम्बन्धित है, परन्तु वास्तविकता इसके विपरीत है। किसी कार्य विशेष के मार्ग को अभिचार क्रिया से अवरुद्ध कर देना ही बन्धन है।           कुछ लोग ऐसा मानते हैं कि जिस प्रकार रस्सी से बाँध देने से व्यक्ति असहा

सर्व रोग नाशक मंत्र

सर्व रोग नाशक मंत्र मंत्र :- ओम नमो आदेश गुरू का काली कमली वाला श्याम उसको कहते है घनश्याम रोग नाशे शोक नाशे नही तो श्रीकृष्ण की आन राधा मीरा मनावे अमुक का रोग जावे छु विधी :- यह मंत्र सभी रोगो के शमनार्थ है जब कोई रोग समझ मे न आए तब ईस मंत्र को बोलकर झाडा देने से रोगी स्वस्थ होता है Aacharya Goldie Madan Whats app +16475102650 and +919717032324

21 गोमती चक्र में से 4 यहां गाड़ दीजिए, फिर देखिए तेजी से बदलती हुई किस्मत

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गोमती चक्र के कई उपाय प्रचलित हैं। 3 उपाय आपको बहुत कम समय में सौभाग्यशाली बना सकते हैं। 1.किसी भी महीने के पहले सोमवार को 21 गोमती चक्र लाल या पीले रेशमी कपड़े में बांधकर रुपये रखने वाले स्थान पर रखें। हल्दी से उस पर तिलक करें। मन में देवी लक्ष्मी से अपने घर में वास करने हेतु याचना करते हुए कपड़े में बंधे गोमती चक्र लेकर पूरे घर में घूमें तथा बाहर निकलकर किसी मंदिर में रख दें। 2 .यदि पैसा हाथ में नहीं ठहरता तो शुक्रवार को 21 की संख्या में गोमती चक्र लेकर लाल कपड़े में बांधकर पूजा स्थल पर रखें और पूजा करें। अगली सुबह उसमें से चार गोमती चक्र लेकर घर के चारों कोनों पर गाड़ दें। 11 पूजा स्थल में रखें तथा बाकी निकट के मंदिर में रख दें। यदि अत्यधिक परिश्रम के बाद भी आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं हो रहा हो तो शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार को घर के पूजा स्थल में लक्ष्मी-नारायण के चित्र के सामने 21 गोमती चक्र पीले या लाल कपड़े में बांध कर रखें। लक्ष्मी-नारायण से अपने पर कृपा करने की याचना करें तथा ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का तीन माला नित्य जाप करें। नियमित रूप से सवा महीने तक जा