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Showing posts from May, 2023

आदिशक्ति_महामाया_महाकाली_विराट_स्वरूप

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#आदिशक्ति_महामाया_महाकाली_विराट_स्वरूप ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ आदिशक्ति माता कालिका के शास्त्रो -पुराणों में अनेक रूप बताये गए हैं मेरे  अनुसार तो काली के करोड़ो-खरबो रूप है।आदिशक्ति मूलाधार निवासिनी है मूलाधार से जो काली पैदा होती है वह काली ही काली को जन्म देती है और इस प्रकार,सभी काली अपने से कालियो को जन्म देती जाती है अनंत तक।इसे बहुत गहनता से,ध्यान से,कागज पे समझाने की कोशिश की जा सकती है लिख के समझाना थोड़ा मुश्किल है।ये सर्फ काली के जन्मों का ही रहस्य नही है इसी क्रम से दक्षमाहाविद्या की समस्त देवियां करोड़ो-खरबो रूप में विभाजित हो जाती है।इन सभी के एक शिव होते है मतलब दस मूल दस देवियो के दस शिव।और जहाँ जहाँ काली या अन्य देवीय होती है वहां सब के अलग-अलग शिव।इस प्रकार शिव भी करोड़ो-खरबो रूप में विभक्त हो जाते है फिर किसी का नाम माहाँकाल है तो किसी का नीलकंठ आदि।किन्तु ये शिव हो या महाशक्तियां इन सबके जो मुल में है वो #कालशिव है जिनकी कामना से एक महाशक्ति का जन्म हुआ,फिर उन दोनों का विस्तार होता गया। 👉व्यक्तिगत अनुभूति एवं विचार©०२.२०२२ जिनमें से प्रमुख  रूप कहे या नाम कहे...

तन्त्रोक्त_माला_संस्कार_प्राणप्रतिष्ठा_विधि

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#तन्त्रोक्त_माला_संस्कार_प्राणप्रतिष्ठा_विधि मंत्र जप -अनुष्ठान-साधना-पूजा में जप माला की आवश्यकता होती है |बहुत कम ही ऐसी साधनाये है जिसमेमाला का जरूरत न हो |माला बाजार से सीधे खरीदकर जप नहीं किया जा सकता ,इस तरह की माला पर जप बहुत प्रभावी नहीं होता ,इसलिये माला प्राण-प्रतिष्ठा विधि-विधान अत्यंत आवश्यक है| सभी की ऐसी इच्छा रहती है की मेरे पास दुर्लभ माला रहे जिससे मेरी हरकामना पूर्ण हो,, परंतु आजकल मार्केट मे ऐसा माला नहीं मिलता,|इसके लिए एक निश्चित प्रक्रिया के अनुसार माल की प्राण प्रतिष्ठा और उसमे चैतन्यता की आवश्यकता होती है | अगर पत्थर मे जान डालकर उनका पूजन हो सकता है तो फिर माला का हर मनका भी जीवित किया जा सकता है | इसके लिए तंत्रानुसार निम्न प्रक्रिया अपनाई जा सकती है ,यद्यपि भिन्न लोग भिन्न प्रक्रिया भी अपना सकते है ,साथ ही कई प्रक्रियाएं इस सम्बन्ध में उपयोग में आती है | सर्वप्रथम स्नान आदि से शुद्ध हो कर अपने पूजा गृह में पूर्व या उत्तर की ओर मुह कर आसन पर बैठ जाए| अब सर्व प्रथम आचमन – पवित्रीकरण करने के बाद गणेश -गुरु तथा अपने इष्ट देव/ देवी का पूजन सम्पन्न कर ले| … मुख शोध...

त्राटक_एक_दिव्य_साधना

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#त्राटक_एक_दिव्य_साधना ।। ||त्राटक साधना से दिव्य दृष्टि कैसे जागृति करें|| मानवी विद्युत का अत्यधिक प्रवाह नेत्रों द्वारा ही होता है, इसलिए जिस प्रकार कल्पनात्मक विचार शक्ति को सीमाबद्ध करने के लिए ध्यान योग की साधना की जाती है, उसी प्रकार मानवी विद्युत प्रवाह को दिशा विशेष में प्रयुक्त करने के लिए नेत्रों से ईक्षण शक्ति की सधना की जाती है। इस प्रक्रिया को त्राटक का नाम दिया गया है। त्राटक साधना का उद्देश्य अपनी दृष्टि क्षमता में इतनी तीक्ष्णता उत्पन्न करना है कि वह दृश्य की गहराई में उतर सके और उसके अन्तराल में जो अति महत्त्वपूर्ण घटित हो रहा है उसे पकड़ने और ग्रहण करने में समर्थ हो सके। वैज्ञानिकों, कलाकारों, तत्त्वदर्शियों में यही विशेषता होती है कि सामान्य समझी जाने वाली घटनाओं को अपनी तीक्ष्ण दृष्टि से देखते हैं और उसी में से ऐसे तथ्य ढूँढ़ निकालते हैं जो अद्भुत एवं असाधारण सिद्ध होते हैं। दिव्य चक्षुओं से सम्भव हो सकने वाली सूक्ष्म दृष्टि और चर्म चक्षुओं की एकाग्रता युक्त तीक्ष्णता के समन्वय की साधना को त्राटक कहते हैं। इसका योगाभ्यास में अति महत्त्वपूर्ण स्थान है। वेधक दृष्टि म...

श्री तुलसी देवी सहस्त्रनाम( १०००नाम)

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🌹🌹1..श्री तुलसी देवी सहस्त्रनाम( १०००नाम) 🌹🌹2.. श्री तुलसी देवी अष्टोत्तर शतनाम (108 नाम) ॐ भगवती तुलसी दैव्यै विष्णु प्रियायै नमः ॐ ऐं ह्रीं श्रीं  श्रीतुलसीदेव्यै नमः ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं तुलसी देव्यै हरिप्रियायै नमः ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं ह्सौ: तुलसीलक्ष्म्यै नमः ॐ  ऐं ह्रीं श्रीं तुलस्यै अमृतरूपिणी आरोग्य प्रदायै नमः ॐ आरोग्यलक्ष्म्यै च विदमहे अमृतसंजीविन्यै धीमहि तन्नो तुलसी प्रचोदयात् ॐ श्रीत्रिपुरायै विदमहे तुलसीपत्राय च धीमहि तन्नो तुलसी प्रचोदयात् ॐ श्रीं तुलसी दैव्यै विदमहे विष्णुपत्न्यै च धीमहि तन्नो तुलसी प्रचोदयात् 🌹🌹🌹श्रीतुलसीदेवी सहस्रनामावलिः 🌹🌹🌹 ॐ तुलस्यै नमः । ॐ श्रीप्रदायै नमः । ॐ भद्रायै नमः । ॐ श्रीविष्णुप्रियकारिण्यै नमः । ॐ क्षीरवारिधिसम्भूतायै नमः । ॐ भूतानामभयङ्कर्यै नमः । ॐ महेश्वराप्लवायै नमः । ॐ सिद्धये नमः । ॐ सिद्धिदायै नमः । ॐ सिद्धपूजितायै नमः । ॐ सिद्धान्तगम्यायै नमः । ॐ सिद्धेशप्रियायै नमः । ॐ सिद्धजनार्थदायै नमः । ॐ नारदानुग्रहायै नमः । ॐ देव्यै नमः । ॐ भक्ताभद्रप्रणाशिन्यै नमः । ॐ श्यामजायै नमः । ॐ चपलायै नमः । ॐ श्यामायै नमः । ॐ...

चौरहिया मसाण

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🌹।।चौरहिया मसाण।।🌹 तंत्र क्षेत्र में बहुत महत्वपूर्ण है साधना । मैं आपको चौरहिया मसाण के बिषय में बताने जा रहा हूँ जिस प्रकार शमशान, कब्रिस्तान और जल के मसान को जागृत किया जाता है उसी प्रकार चौराहे के मसान को भी जागृत किया जाता है जिसे चौरहिया मसान बोला जाता है और जो कि बहुत शक्तिशाली मसान होता है।  ज्यादातर यह मुस्लिम इल्म यां तंत्र  मे प्रयोग किया जाता है और इसके काम लेने का तरीका भी मुस्लिम होता है   हम आपको बताते हैं कि चौरहिया मसान को किस प्रकार सिद्ध किया जाता है। ● किसी भी महीने के  मंगलवार या शुक्ल पक्ष के प्रथम रविवार से यह साधना शुरू की जाती है यह साधना किसी सुनसान ऐसे चौराहे पर की जाती जहां की लोगों का आना-जाना बिल्कुल ना हो या कम हो  ●ऐसी सुनसान चौराहे को साधना रूप में प्रयोग करने के लिए आपको पहले से ही चिन्हित करके रखना होगा जिससे की साधना के दौरान आपको बिल्कुल भी कभी टोक-टाक का सामना ना करना पड़े चौरहिया मसान दूसरे मसानों की तरह ही बहुत खतरनाक मसान होता है जिसके साथ बहुत जबरदस्त शक्तियां चलती हैं इन शक्तियों का प्रारूप तामसिक होता है और उग्र...

रुद्राक्ष के कुछ अनुशंसित संयोजन

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*रुद्राक्ष के कुछ अनुशंसित संयोजन*  🕉️राजनेता, मंत्री - 1 मुखी और 13 मुखी  🕉️प्रशासनिक सेवा - 1 मुखी और 13 मुखी  🕉️जज - 2 मुखी और 14 मुखी  🕉️वकील - 4 मुखी और 13 मुखी  🕉️बैंक मैनेजर - 11 मुखी और 13 मुखी  🕉️एमबीए - 11 मुखी और गौरी शंकर रुद्राक्ष  🕉️चार्टर्ड अकाउंटेंट - 8 मुखी और 12 मुखी  🕉️IPS- 9 मुखी और 13 मुखी  🕉️पुलिस और सेना - 4 मुखी और 9 मुखी  🕉️डॉक्टर (चिकित्सक)- 10 मुखी और 11 मुखी  🕉️डॉक्टर आयुर्वेद - 9 मुखी और 11 मुखी  🕉️डॉक्टर (सर्जन)- 10 मुखी, 12 मुखी और 14 मुखी  🕉️नर्स, केमिस्ट,  🕉️कंपाउंडर - 3 मुखी और 4 मुखी  🕉️रसायनज्ञ - 1 मुखी और 10 मुखी  🕉️चिकित्सा प्रतिनिधि- 3 मुखी और 10 मुखी  🕉️सिविल इंजीनियर - 8 मुखी और 14 मुखी  🕉️इलेक्ट्रिकल इंजीनियर - 7 मुखी और 11 मुखी  🕉️सॉफ्टवेयर इंजीनियर- 14 मुखी और गौरी शंकर रुद्राक्ष  🕉️कंप्यूटर हार्डवेयर इंजीनियर - 9 मुखी और 12 मुखी  🕉️पायलट और नौसेना अधिकारी - 10 मुखी और 11 मुखी  🕉️प्रोफेसर और टीचर - 6 मुखी और 14 मु...